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Stop Over pampering? सबसे पहले तो हम ये जान लेते ...

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Stop Over pampering? सबसे पहले तो हम ये जान लेते है की over pampering होती क्या है। over pampering का मतलब अगर हमारा बचा किसी development disorder की अवस्था में हो तो माता पिता का over possessive होना। अगर हम किसी सामान्य व्यक्ति की बात करे तो उसके लिए over eating, over talking, over walking, over exercise etc... अगर कोई भी काम एक समान्य व्यक्ति over करे तो ये उसके शरीर और दिमाग के बिल्कुल सही नही होगा।। अगर उसका शरीर खराब होगा तो ये उसके दिमाग पर असर डालेगा। जिससे brain disorder होने की सम्भावना बढ़ जाती है। अगर आपके बच्चे को पहले से है शरीर और दिमाग की समस्या हो और parents उसकी over pampering करे तो उसकी समस्या solve नही होगी बल्कि और बढ़ जायेगी। अगर हम यहा autism की बात करे तो देखा जाता है की अगर एक ऑटिसम् बच्चे के साथ दूसरे ऑटिसम् बच्चे को बिठा दिया जाए तो दोनों बच्चे ही नही समझ पाते ये सामने वाला भी autism है। तो यहाँ हम कहते है की parents का careless होना या over pampering करना दोनों ही गलत है। ये दोनों चीज़े बच्चे के development को रोक सकती है।। अब हम बात करते है over pampering की। ..... सबसे पहली बात ये है की ऑटिसम् बच्चे को खुद नही पता होता की उनको कोई disorder भी है। ये बात सिर्फ उनके माता पिता को पता होती है और वो यहा एक गलती करते है की इसको लेकर या तो careless हो जायेंगे या फिर over pampering. यहा parents बच्चे के रोने और ज़िद के हिसाब से हर वो चीज दे देते है जो उसके लिए गलत है। parents चाहते है की बस उनका बचा रोए ना। यहाँ parents बच्चे को सारी facility देना चाहते है। वो बच्चे का हर काम खुद कर देंगे। पर उनको ये नही पता होता की वो बच्चे के साथ हर समय नही रहेगे। उसको एक ही जगह खाना, पीना, खेलना सब कुछ एक ही जगह करवा देंगे। उनको कही बाहर नही लेकर जायेंगे। अगर parents खुद busy है तो बच्चे को टी वी, मोबाइल आदि दे देंगे ताकि उनका बचा रोए ना। ये सब करने से आपका बचा कभी improve नही होगा ।। कई बार तो parents अपने standard के according अपने बच्चे को दूसरे बच्चे के साथ खेलने देते है। उसको कही open ground या मिटी में नही खेलने देते ताकि उनका बच्चा गंदा ना हो जाए। इन सब की वजह से आपके बच्चे में socialization की कमी हो सकती है। सबसे पहले अपने बच्चे को fast food से दूर रखे। उसकी screen time को कम कर दे। बच्चो को जितना हो सके बच्चे के साथ socialize होने दे। सबसे जरूरी चीज अगर बच्चे में आपको कोई भी development issues दीखे तो as soon as possible उसे किसी therapist se asses करवाये और जो भी therapist आपके बच्चे के according rules and regulation बताये उनका follow करना आपकी responsibility है।
 2024-01-18T11:20:03

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